🧑🎤: Uzair Khan
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📂: Pop
⏱: 00:00:00 AM 22/09/2013
सोना मैं चाहूँ
क्यूं सोना पाहूँ
तेरी आदों में
गिरता मैं चाहूँ
बहता ही जाओ उन ख़यालों में
क्यूं सोना पाहूँ अब मैं रातों में
सब राजे जोगी पुल जानदे जिन्द तन लगदी ओ चानदा
मैं अपने आबच मस्त मस्त मैं बाकी कुछ नहीं जानदा
अखियाने पिजीया पिजीया तैनुवे खड़
गिजीया गिजीया छड़के ना जावी आखे आसी तू
दिल आनाने याभास बस करतेणु यार यहनु सोचां तेरिआ
दिल आंटने याभास बस करतेणु यार यहनु सोचां तेरिा
सब राजे जोगी पुल जानते जिन दे तन लगती ओ जान सा
सब राजे जोगी पुल जानते जिन दे तन लगती ओ जान सा
इसे का दर्द कोई सुन ना पावे
पल दी अग विच हत ना पावे
देख दे अग दूरो दूरो नस जाने जद उसे के फैंदे
दिल कर भर याथ बस कर तैनु याथ ऐनू समझा तेरीया
सब राजे जोगी पुल
जानते जिन दे तन लगती
ओ
जान सा
मैं अपने आपज मसत मस
मैं अपने आपज मस्त मस्त मैं बाकी कुछ नहीं जानदा