Safla Ekadashi Katha

🧑‍🎤: Devesh Kundan

🎧: 0

📂: Thể Loại Khác

⏱: 00:00:00 AM 29/11/2025

जैसी हरी भक्त जनों
आज मैं आपको सफला एकाधशी के वरत की महिमा सुनाने जा रहा हूं
इस वरत को करने अथवा इस कथा को सुनने मात्र से ही
जीवन से दुख, कश्ट, कलेश का नाश हो जाता है
जैसी हरी
सफला एकाधशी की भक्तों कथा सुनाते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
एकाधशी के वरत की पावन महिमा गाते हैं हम कथा सुनाते हैं
कैसे लुमपक पापी को मिला स्वर्ग बताते हैं हम कथा सुनाते हैं
सफला एकाधशी की भक्तों कथा सुनाते हैं हम गाता गाते हैं
ये कथा एक बड़ी महाण
सब सुनो लुद्राखे लाध
इस कथा की है पहचाद
मेरे मोँबादा वरदाध
जय श्री हरी
प्रेमियों चम्पावती नगर का राजा बड़ा ही धार्मिक
विचारों वाला था बड़े कोमल हर्द्यवाला था
वो पूजा पाथ डान भंडारे करवाता रहता था परन्तु
उसका पुत्र लुमपक अपने पिता के विपरीत था
चम्पावती नगर का राजा महिशमान था नाम
पूजा भक्ती जनता की सेवा करता था निषकां
सेवा करता था निषकां
लुमपक नाम का उसका बेटा बड़ा दुराचारी
मदिरा मांस का सेवन करता पापी था भारी
पर नारी के गमन में डूबा रहता था दिन राच
बुला के वैशा महल में अपने रहता उनके साथ
राजा प्रजा सभी दुखी थे नीच अधर्मी से
हो गई थी बदनाम वो लगरी अधम विधर्मी से
क्या होता है उसके साथ अब वही बताते हैं
पावन कथा सुनाते हैं
सफला एकादशी की हम तो महिमा गाते हैं
हम कथा सुनाते हैं
ये कथा है बड़ी महाई
सब सुनो लगा के लाइब
इस कथा की है पहचाई
मेरे मुमा गावरदा
हराजा अपने पुत्र से दुखी हो जाता है क्योंके
लुमपक वैशा गमन और नशे का आदी हो जाता है
नगर निवासी लुमपक की रोज शिकायतें हराजा से करने लग जाते हैं
महिसमान राजाने पुत्र की देख के तेढी चाल
एक रोज फिर क्रोध में आके राज से दिया निकाल
करके घोशना पूरे राज में फैला दी ये बार
नीच अधर्मी उस लुमपक का कोई न देगा साथ
अपनी करनी पर पच्चता ता चला गया वन में
सोचा ना था ऐसा भी दिन आयेगा जीवन में
पीपल का एक व्रिक्ष थवन में जो था बड़ा विशाल
आते देव वहाँ पर प्रति दिन प्रातह संध्या काल
क्या करता है लुमपक वहाँ पर वो बतलाते हैं पावन कथा सुनाते
हैं सफला एकादशी की हम तो गथा गाते हैं हम कथा सुनाते हैं
लुमपक जंगल में जाकर जंगल में पीपल के पेड़ के नीचे रहने लगता है
उसकी घंदी आदतें अभी भी उसका पीछा नहीं छोड़ रही थी
जंगल में यदि कोई इश्टे दिख जाती तो उससे छेर छार जरूर करता था
रहने लगा राजा का बेटा पीपल के नीचे
कल तक जिसके नोकर चाकर घूमे आगे पीछे
फिर भी उसके ऐसवर्य की आदत नहीं गई
पर नारी के गमन की उसकी चाहत नहीं गई
अपने पिता के राज में जाकर करने लगा छोरी
इश्ट कोई मिल जाती तो करता था परजोरी
पौस मास के कृष्ण पच्च के दश्मी की है बाई
लूट मार करने राज में पोँचा था उस रात
वो पोँचा था उस रात
गड़ा जब सेनिकों न फिर क्या हुआ दिखाते हैं
आपको वो बतलाते हैं
सफला एकागशी की हम तो महिमा गाते हैं
हम कथा सुनाते हैं
ये कता है बड़ी महाद सब सुनो लुटा के लाद
इसका तांग है पहचान मिलें वो मांगा वरदा
लुपक एकरार लूट पाट करने की सूझ के अपने राज में घुस जाता है
और चोरी करते हुए पकडा जाता है राजा के सिपाहे
लुपक को राजा के दरबार में लेकर जाते हैं
मारा पीटा वस्त्र उधारा वन में भेज दिया
जंग्डल में लुपक को नंगे तन में भेज दिया
लुपक अब पीपल के नीचे वन में रहने लगा
पशुपछी को मार के अपने उदर को भरने लगा
अब आगे की कथा सुमो ऐसा सैयोग हुआ
उस लुपक के अंगों में गथिया का रोग हुआ
अकड गए थे हाथ पाव फिर चलना हुआ मुहाई
इस वर की महिमा अब देखो देखो माया जाए
क्या होता है लुपक का अब हाल दिखाते हैं आपको हाल दिखाते हैं
सफला एकाटशी की भतों गाता गाते हैं हम गता सुनाते हैं
लुपक को गथिया का रोग हो जाता है
अब वो चलने के लाइक भी नहीं रह जाता
उसका उठना बैटना भी कठिन हो जाता है
पेट भरने के लिए भी शिकार करने के लाइक नहीं रहता है
और न कोई फल को तोडने के लाइक भी रहता है
चलने में असमर्थ हो गया कैसे करे शिकार
गथिया वेदना के आगे ली मान थी उसने हार
मान ली उसने हार
कैसे शांत करे वो अपने पेट की उठती आग
किसी शिकारी के पीछे वो सकता नहीं थबार
वो सकता नहीं थबार
जंगल में गिर फलों को लुंपक लाया फिर तो भी
जड़ों में पीपल की रख के वो बोला हो गंगी
हे इश्वर अब आप ही इसका आके लगाओ भोग
भूखे मरके मैं इस जग से चाऊँगा परलोग
उस दिन कैसे भूखा रहा वो तुम्हें बताते हैं भतों तुम्हें बताते हैं
सफला एक आतशीक भतों महिमां गाते हैं हम कता सुनाते हैं
ये कता है भड़े महाद
सब सुनो लुदा के लाद
इस कता की है पहचाद
मिरे मोँ मांगा वरदाद
लुमपप भूखे पेट रात भर जागता रहता है
और भगवान श्री हरी का ध्यान करता रहा
देव योग से वो दिन सफला एक आतशीका पावन दिन था
सारी रात उसनींद न आई करता रहा भजन
गठिया रोग से लगता था निर्जीब हो गया तन
निर्जीब हो गया तन
सूर्य देव की बेला में आलोग एक द्रिश दिखा
उतर रहा था स्वर्ग से भतों दिव अश्व दिखा
भतों दिव अश्व दिखा
प्रकट हुआ लुमपत के आगे अश्व चमतकारी
गूञी फिर आकाश से एक आवाज बहाँ भारी एक आवाज बहाँ भारी
सफला एकाडशी का लुमपक तूने किया पालन
जिसके असर से लुमपक तेरा धन्य हुआ जीवन
तेरा धन्य हुआ जीवन
बदल गए दिन लुमपक तेरे हम समझाते हैं
भक्तों हम समझाते हैं
सफला एकाडशी की भक्तों गाता गाते हैं
हम कता सुनाते हैं
ये कता है बड़ी महाज
सब सुनो लुखना के लाइब
इस कता की है पहचाई
ने मुमागा वरदाई
प्रभाव था कि देवता उस पर प्रसंद हो जाते हैं और उसके शरीर के
सारे कश्टों को हर लेते हैं और उसके लिए दिव्य अस्व उपस्थित हो
जाते हैं फिर क्या होता है आई ये कता के माध्यम से जानते हैं
लुमपग तू इस दिव्य अस्व पे होके अभी सवार
बिना रुखे तू तिब्रगती से पहुचा राज दर्बार
पहुचा राज दर्बार
राज में तुझको राजा जैसा मिले मान सम्मान
इकादसी के व्रत के बदले मिले गई ये अनुदान
अपने पिता के पास गया वो होके अस्व सवार
पिता ने अपने पुत्र का भक्तों किया बड़ा सदकार
अपने पुत्र को राज सोंप के वन को चले गए
तप में तपाने वो अपने जीवन को चले गए
कथा लिखी सुख देवन देव सुकुंडन गाते हैं
कैला संगीत बनाते हैं सफला एक आकशी की भतों गाता गाते हैं
हम कथा सुनाते हैं
ये कथा है बड़ी महाई सब सुनो लगां के लाई
इस कथा की है पहचाई ने हो मांगा वराई

XEM TOÀN BỘ
Shri Ram Janam Katha
🎧 : 0 | ⏱: 29:10
🧑: Devesh Kundan

Shri Adinath Katha
🎧 : 0 | ⏱: 17:39
🧑: Rinky Vishwakarma, Devesh Kundan

Shri Suparshwanath Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 13:55
🧑: Rinky Vishwakarma, Devesh Kundan

Shri Kashi Vishwanath Jyotirlinga Katha
🎧 : 0 | ⏱: 15:50
🧑: Devesh Kundan

Sumatinath Bhagwan Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 15:12
🧑: Rinky Vishwakarma, Devesh Kundan

Namaste Sada Vatsale Matribhume
🎧 : 0 | ⏱: 3:28
🧑: Devesh Kundan

Aao Ji Sanwariya Aao
🎧 : 0 | ⏱: 4:55
🧑: Devesh Kundan

Duniya Se Thokar
🎧 : 0 | ⏱: 5:36
🧑: Devesh Kundan

Mujhe Akela Chhod Ke Gaura
🎧 : 0 | ⏱: 4:37
🧑: Devesh Kundan

Sanwariya Se Mujhe Mila De
🎧 : 0 | ⏱: 4:42
🧑: Soniya Sagar, Devesh Kundan

Putrada Ekadashi Katha
🎧 : 0 | ⏱: 12:18
🧑: Devesh Kundan

Santoshi Mata Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 30:00
🧑: Devesh Kundan

Safla Ekadashi Katha
🎧 : 0 | ⏱: 15:14
🧑: Devesh Kundan

Shani Chalisa
🎧 : 0 | ⏱: 4:38
🧑: Devesh Kundan

Shyam Ardaas
🎧 : 0 | ⏱: 2:45
🧑: Devesh Kundan

Dam Dam Baja De Damru
🎧 : 0 | ⏱: 3:56
🧑: Soniya Sagar, Devesh Kundan

Bhole Ghar Banwa Dije
🎧 : 0 | ⏱: 3:52
🧑: Soniya Sagar, Devesh Kundan

Jo Tum Mujhse Byah Karogi
🎧 : 0 | ⏱: 3:52
🧑: Devesh Kundan

Bhole Bhangiya Tumhari Ban Gayi Soutaniya
🎧 : 0 | ⏱: 3:18
🧑: Soniya Sagar, Devesh Kundan

Dharmendra Alvida
🎧 : 0 | ⏱: 5:21
🧑: Devesh Kundan

Umar Sab Dhokhe Mein Khoye Diyo Re
🎧 : 0 | ⏱: 6:42
🧑: Devesh Kundan

Surya Chalisa
🎧 : 0 | ⏱: 4:11
🧑: Devesh Kundan

Mokshada Ekadashi Katha
🎧 : 0 | ⏱: 15:38
🧑: Devesh Kundan

Shyam Aa Jao Kurukshetra Mein
🎧 : 0 | ⏱: 4:50
🧑: Devesh Kundan

Annapurna Katha
🎧 : 0 | ⏱: 29:35
🧑: Devesh Kundan

Dattatreya Ji Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 14:38
🧑: Devesh Kundan

Ye Haal Na Apna Tha
🎧 : 0 | ⏱: 8:59
🧑: Devesh Kundan

Desh Bhar Mein Kamal Khil Raha Hai
🎧 : 0 | ⏱: 4:49
🧑: Devesh Kundan

Pradosh Vrat Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 23:49
🧑: Devesh Kundan

Utpanna Ekadashi Ki Katha
🎧 : 0 | ⏱: 15:29
🧑: Devesh Kundan